हम और वो

वो लहरें तो वो कश्तियां,
वो बारिश तो वो बूंदे,
वो खामोशी तो हस्सी,
वो नींद तो वो ख़्वाब,
वो दूरियां तो वो यादे
वो इंतज़ार औऱ बस वो इंतज़ार|

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